Talent की क़दर से Bollywood तक का सफर| Deepak Ramola| | Josh Talks
समाज में टैलेंटेड इंसान व् टैलेंट(talent) की हमेशा ही प्रशंसा होती है | हर इंसान का कुछ न कुछ टैलेंट व् खूबी अवश्य होती है पर हर कोई उसको दर व् कठिनाइयों के कारण फॉलो नहीं क्र पता| पर ये भी एक अकूत सत्य है कि कोशिश व् भरोसे सेप्से सबकुछ हासिल होता है| आज का हमारा जोश टॉक एक मशहूर हस्ती की कुछ ऐसी ही कहानी बयााँ कर रहा है
देहरादून में पले-बढ़े दीपक रमोला एक गीतकार और लेखक होने के साथ-साथ प्रोजेक्ट फ्यूल के संस्थापक भी हैं। स्कूल बस में गाने लिखने और गुनगुनाने से बॉलीवुड की बढ़ी हस्ती अमिताभ बच्चन के लिए गाने लिखने तक का सफर बड़ा ही दिलचस्प रहा है। सिर्फ यही नहीं दीपक एक लाइफ स्किल एडुकेटर(Life Skill Educator) यानी जीवन जीने की कला अपने प्रोजेक्ट फ्यूल(PROJECT FUEL) के जरिये सिखाते हैं। अब तक उनके लाइफ लेसंस (Life Lesson) ने 54,000 लोगों की ज़िन्दगियों पर प्रभाव डाला है। कुछ ही समय पहले वाणी प्रकाशन द्वारा उनकी किताब "इतना तो मैं समझ गया हूँ" भी प्रकशित हो चुकी है। जीवन की कुछ अनोखीं सीख और लिखने की अनकही कला को जानने के लिए देखें यह वीडियो।
दीपक रमोला का रुझान(interest) शुरुवात से ही काव्य कला में था| दीपक रमोला का सफर देहरादून की छोटी गलियों से शुरू हुआ| दीपक अपने स्कूल के दिनों में हर सुबह अपनी स्कूल बस में गाना सुनते और उनमे अपने लिखे शब्दों को पिरोते और ये सिलसिला कई सालो तक चलता रहा| दीपक ने खुदके टैलेंट(talent) को जाना और ये तरकीब बहोत काम आई इससे उनके अंदर का डर निकल गया| दीपक को इस अभ्यास से टैलेंट मोटिवेशन(talent motivation) मिला| दीपक आज की एक मशहूर हस्ती है और सफलता की बुलंदियों को छू रहे है |
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